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हिंदू धर्म अत्यंत प्राचीनतम है। यह समय की कसौटी पर परखे गए कर्मकांडों एवं अनुष्ठानों, गहन शोधपरक धर्मग्रंथों एवं मिथकों या पुराणों की सतत प्रक्रिया का परिणाम है। यह विश्व या ब्रह्मांड के समष्टि एवं व्यष्टि, पुरुष एवं प्रकृति, ब्रह्म और जीव के सामंजस्यपूर्ण जीवन जीने का मार्ग है। प्रश्नोत्तरी रूप में तैयार इस कृति से हिंदू धर्म के मूल तत्त्वों का विस्तृत ज्ञान मिलता है; जैसे—दर्शन, धर्मग्रंथ, मंदिर-स्थापत्य कला, मूर्तिकला, अनुष्ठान आदि। ‘होम, यज्ञ और अग्नि कर्मकांड’ अध्याय वैदिक अनुष्ठान या कर्मकांड संबंधी परंपरा का उत्कृष्ट उदाहरण है। विश्वास है, प्रस्तुत पुस्तक से सामान्य पाठकों एवं विद्वानों तथा किसी भी आधुनिक हिंदू के मन में हिंदू धर्म के विविध पहलुओं की विस्तृत जानकारी प्राप्त करने के प्रति रुचि उत्पन्न होगी।
वस्तुत:,यह पुस्तक हिंदुत्व का संदर्भ ग्रंथ है।
रक्षा मंत्रालय में उपनिदेशक के पद पर कार्यरत हैं। आप अपने शैक्षणिक कैरियर में प्रथम श्रेणी पाते रहे। वैदिक कर्मकांड तथा मंदिर स्थापत्य कला में आपकी विशेष रुचि है। आपको दक्षिण भारतीय मंदिर स्थापत्य कला में अध्ययन के लिए अल्बर्ट संग्रहालय, लंदन द्वारा सम्मानित किया जा चुका है। आप लालबहादुर शास्त्री संस्कृत विद्यापीठ, नई दिल्ली के छात्र रह चुके हैं। आपने गुरु-शिष्य परंपरा में वेदों का अध्ययन किया है। विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में हिंदुत्व, वेद तथा मंदिर स्थापत्य कला पर आपके लेख छपते रहते हैं। हिंदुत्व से संबंधित विषयों पर आपकी अनेक पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं।