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झारखंड खनिज-संपदा में भारत का सबसे संपन्न प्रदेश है। कुछ वर्ष पूर्व तक यह बिहार प्रदेश का प्रमुख हिस्सा था। यह अपनी आदिवासी जनजातियों, भाषा-बोली, नदी-बाढ़, सांस्कृतिक परंपराओं, रीति-रिवाजों, खनिज-लवण, कला एवं संस्कृति के लिए प्रसिद्ध है।
आज की व्यस्त दिनचर्या में समय का बड़ा अभाव है, इसलिए सभी विषयों में प्रश्नोत्तर शैली अधिक लोकप्रिय होती जा रही है। किसी विषय की कम-से-कम समय में अधिक-से-अधिक जानकारी पाने का यह सरल तरीका है।
अतः इस पुस्तक में इसी उद्देश्य की पूर्ति हेतु झारखंड की सम्यक् जानकारी को निम्न अध्यायों के अंदर प्रस्तुत किया गया है—झारखंड का इतिहास, झारखंड आंदोलन, भौगोलिक अवस्थिति, नदी तंत्र, खनिज-संसाधन, उद्योग-धंधे, कृषि-पशुपालन, वन एवं राष्ट्रीय उद्यान, जनजातीय समाज इत्यादि। ये 1,000 प्रश्न झारखंड की उपयोगी जानकारी का सार-रूप हैं।
प्रतियोगी परीक्षार्थी ही नहीं, आम पाठकों के लिए भी समान रूप से उपयोगी प्रश्नोत्तरी श्रृंखला की एक और महत्त्वपूर्ण कड़ी।
गोपी कृष्ण कुँवर
जन्म : 30 दिसंबर, 1970।
शिक्षा : एम.ए., बी.जे.।
वर्ष 2000 से साक्षरता अभियान से जुड़े हैं, सामाजिक कार्यों में रुचि, विभिन्न सामाजिक संगठनों से भी जुड़े हैं।
उत्कृष्ट कार्य के लिए चार बार ‘अक्षर श्री’ सम्मान प्राप्त हुआ। वर्ष 2007 में उत्तर साक्षरता कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए महामहिम राष्ट्रपति प्रतिभादेवी सिंह पाटिल द्वारा ‘सत्येन मैत्रा स्मृति साक्षरता पुरस्कार’ प्रदान किया गया।
‘प्रभात खबर’ समाचार-पत्र के ब्यूरो प्रमुख, लोहरदगा आकाशवाणी, दूरदर्शन एवं पी.टी.आई. के संवाददाता।
संपर्क : कुँवर भवन, अपर बाजार, लोहरदगा (झारखंड)।