वर्तमान में हमारे जीवन का संभवत : कोई भी ऐसा क्षेत्र नहीं है, जहाँ सामान्य ज्ञान की उपयोगिता अनुभव न की जा रही हो । आज लगभग प्रत्येक व्यक्ति को जीवन के विभिन्न स्तरों पर अनेक प्रतियोगिताओं से गुजरना पड़ता है । प्रतियोगी परीक्षाओं में दूसरों की अपेक्षा स्वयं को अधिक समर्थ सिद्ध करने के लिए सामान्य ज्ञान की अनिवार्यता को नकारा नहीं जा सकता । और तो और, सामान्य ज्ञान से असंपन्न व्यक्ति को प्राय: अनभिज्ञ, अज्ञानी और अबौद्धिक माना जाता है । ऐसे में यह पुस्तक अत्यंत महत्त्वपूर्ण है । इसमें साहित्य, राजनीति, इतिहास, भूगोल, पर्यावरण, कला, धर्म, शिक्षा, विज्ञान, चिकित्सा एवं शरीर विज्ञान, खगोल विज्ञान, गणित, जीव- जंतु कंप्यूटर-इंटरनेट, खेल तथा सिनेमा जैसे विविध क्षेत्रों के महत्त्वपूर्ण प्रश्नों को संगृहीत किया गया है । यह पुस्तक सामान्य ज्ञान में अभिरुचि रखनेवाले पाठकों के लिए तो महत्वपूर्ण है ही, लेखकों, शिक्षकों एवं विद्यार्थियों के लिए भी उपयोगी है ।
1000 प्रश्नों की यह पुस्तक निस्संदेह पाठकों को सामान्य ज्ञान से संपन्न कर उनके भविष्य को उज्ज्वल बनाने में सहायक सिद्ध होगी ।
तत्कालीन पूर्वी बंगाल के एक भूतपूर्व जमींदार परिवार में सन् 1943 में जनमे जी. बसु ने सीमाओं से परे व्यापक अध्ययन किया, जिसके लिए उनके पास साधन भी उपलब्ध थे और इस ओर उनका रुझान भी था । उनकी रुचि का विस्तार ललितकलाओं और सामाजिक विज्ञान से लेकर प्रौद्योगिकी व मेडिसिन जैसे विषयों तक है । खेलों में भी उनकी बहुत रुचि है ।