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ए. वेलुमणि मुंबई में अपने पहले दिन एक रेलवे प्लेटफॉर्म पर सोए। ध्रुव शृंगी लंदन में अपनी नौकरी से निकाल दिए गए और इरफान रजाक बेंगलुरु के एक रेडीमेड गारमेंट स्टोर में सेल्समैन थे। उन सभी ने आगे चलकर अपना ही व्यवसाय स्थापित किया। उन्होंने ऐसा कैसे किया?
बेहद लोकप्रिय लेखक प्रकाश अय्यर आपको बीस भारतीय उद्यमियों के बेहद करीब ले जाते हैं, जब वे उद्यमी उन्हें बताते हैं कि वे कैसे प्रेरित हुए, आगे बढ़ने का हौसला उन्हें कैसे मिला और हम उनसे क्या सीख सकते हैं।
अभिषेक लोढ़ा ऐसा क्या करते हैं, जिससे उनके कर्मचारी कुछ ज्यादा करने की इच्छा रखते हैं? अनेक उद्यमों को एक साथ सँभालनेवाली मीना गणेश के पास काम और जीवन के बीच संतुलन बनाए रखने का कौन सा रहस्य है? और गौरव मार्या ने एक टेस्ट मैच से क्या सीखा, जो समय से पहले ही खत्म हो गया?
यह पुस्तक ऐसी कहानियों से भरी है, जो उद्यमशीलता की भावना का जश्न मनाती हैं। कहानियाँ सफलता की, संघर्ष की और टिके रहने की। शुरुआत करने, तरक्की करने, सफर का आनंद उठाने और ऐसी उम्मीद जगानेवाली कहानियाँ कि वे मंजिल तक पहुँच जाएँगे, बशर्ते ऐसी कोई मंजिल है। सफलता अपने पीछे रास्ते छोड़ जाती है। आप चाहे एक उद्यमी हैं या एक कर्मचारी, गृहिणी हैं या एक छात्र, आपके पास उन पुरुषों व स्त्रियों से सीखने का अवसर है, जिन्होंने अपने अंदर के उद्यमी को उन्मुक्त कर किया। उन्होंने कर दिखाया और अब ‘आप भी कर सकते हैं।’
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अनुक्रम
प्रस्तावना —Pgs. 7
आभार —Pgs. 9
1. सफलता कदमों के निशान छोड़ जाती है —Pgs. 13
2. इडली, डोसा और उद्यम का साहस —Pgs. 18
—आईडी फ्रेश फूड्स
3. 15 ग्राम की ग्रंथि से 2,000 करोड़ के ब्रांड का निर्माण —Pgs. 31
—थायरोकेयर
4. विश्व-स्तरीय कारोबार का निर्माण —Pgs. 42
—लोढ़ा बिल्डर्स
6. आपका जाना-पहचाना पड़ोस का ऑनलाइन राशनवाला —Pgs. 51
—बिग बास्केट
7. फ्रैंचाइजिंग का आर एंड डी मैन —Pgs. 61
—फ्रैंचाइजिंग इंडिया
8. मजबूत इरादेवाली महिला ने भय की विशाल दीवार को पार किया —Pgs. 71
—येह चाइना
9. हजारों मील की एक यात्रा... 81
—यात्रा डॉट कॉम
10. कॉफी विद सिद्धार्थ —Pgs. 89
—कैफे कॉफी डे
11. कंपनी के भीतर से बाहर के उद्यमी बनने तक —Pgs. 103
—लाइफस्पैन
12. दूध की बालटी में दुबला-पतला मेढक —Pgs. 114
—नेचुरल्स
13. हर दीवार रुकावट नहीं होती, अवसर भी हो सकती है —Pgs. 125
—मार्शल्स वॉल कवरिंग
14. सर्व एंड वॉली और जीत —Pgs. 132
—नितेश एस्टेट्स
15. होम रन जड़ दिया —Pgs. 142
—पोर्टिया मेडिकल
16. कोचिंग क्लास से सीखे गए सबक —Pgs. 152
—राव आई.आई.टी. एकेडमी
17. हेलो! —Pgs. 160
—द मोबाइल स्टोर
18. बालों के साथ एक डॉक्टर का प्रेम —Pgs. 170
—रिचफील
19. फूड ई-कॉमर्स में सफलता की डिलीवरी —Pgs. 179
—आईशेफ
20. फूड बिजनेस के बारे में आप जो कुछ जानना चाहते थे और नहीं जानते थे, अब कोकोबेरी से जानिए! —Pgs. 189
—कोकोबेरी
21. अंतर लाना —Pgs. 199
—एच.सी.जी. इंटरप्राइजेज
22. विरासत का निर्माण —Pgs. 210
—प्रेस्टीज कंस्ट्रक्शंस
उपसंहार —Pgs. 221
प्रकाश अय्यर एक बेहद लोकप्रिय लेखक, प्रेरणादायी वक्ता और नेतृत्व गुरु हैं।
अपनी पूर्व भूमिका में वे किंबरले-क्लार्क लीवर के मैनेजिंग डायरेक्टर थे। इससे पहले वे इन्फोमीडिया लिमिटेड के एम.डी. तथा उससे भी पहले पेप्सिको के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर थे। वे आई.आई. एम.-ए के पूर्व छात्र हैं, जिन्होंने अपने कॅरियर की शुरुआत हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड के साथ की।
क्रिकेट और लोगों से लगाव रखनेवाले प्रकाश प्रेरणा, नेतृत्व, टीमवर्क तथा जीतने के विषय पर काफी कुछ बोलते व लिखते रहते हैं। उनकी पहली पुस्तक ‘द हैबिट ऑफ विनिंग’ को ‘दि इकोनॉमिस्ट क्रॉसवर्ड पॉपुलर बुक अवॉर्ड’ के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया था, जिसका अनुवाद सात भाषाओं में किया जा चुका है। उनकी दूसरी पुस्तक—‘द सीक्रेट ऑफ लीडरशिप’ का प्रकाशन वर्ष 2013 में किया गया था। दोनों ही पुस्तकें देश भर में बेहद लोकप्रिय हुईं।