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60 सफल UPSC CRACKERS की प्रेरक कहानियाँ
प्रस्तुत पुस्तक ’60 सफल UPSC CRACKERS की प्रेरक कहानियाँ’ आईएएस ऑफिसर राकेश खैरवा की मेहनत का परिणाम है। उन्होंने इस पुस्तक में वर्ष 2018 में यूपीएससी की परीक्षा में चयनित 60 सफल अभ्यर्थियों की सफलता की कहानियों को संकलित करने का अभूतपूर्व कार्य किया है। इस पुस्तक की विशिष्टता है – इसमें मौजूद सारी कहानियाँ सिविल सेवा के अभ्यर्थियों द्वारा खुद उनके कलम से लिखी गयी है। यह पुस्तक यूपीएससी परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के अभ्यर्थियों के अनुभव, परीक्षा में व्यापक परिवर्तन के अनुरूप सटीक रणनीति, प्रभावशाली लेखन कौशल और स्वयं को प्रस्तुत करने का तरीका के निचोड़ के रूप में सकारात्मकता से भरपूर एक सार्थक और प्रेरणादायक पुस्तक के रूप में हमारे सामने हैं। इस पुस्तक में सभी 60 सफल अभ्यर्थियों ने सिविल सेवा परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों के लिए ठोस और व्यावहारिक सुझाव दिए हैं, जिनके कारण सिविल सेवा की तैयारी करने के प्रथम चरण से लेकर इंटरव्यू तक में लाभ मिलता है। यह पुस्तक सिविल सेवा परीक्षा की सम्पूर्ण और व्यापक तैयारी के लिए अति उत्तम है।
पुस्तक की महत्वपूर्ण विशेषता
• सिविल सेवा के सफल अभ्यर्थियों द्वारा खुद उनके कलम से लिखी कहानियाँ।
• गुमनामी से सफलता के शीर्ष पर पहुँचने की सफल अभ्यर्थियों के जीवन की प्रेरित करने वाली कहानियाँ।
• सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के लिए अभ्यर्थियों हेतु ठोस और व्यावहारिक सुझाव।
• सिविल सेवा की तैयारी के प्रथम चरण से लेकर इंटरव्यू तक में लाभ प्रदान करने वाली पुस्तक।
• सिविल सेवा परीक्षा की सम्पूर्ण और व्यापक तैयारी के लिए अति उत्तम पुस्तक।
जब मैंने इस परीक्षा की तैयारी शुरू की तो ग्रामीण पृष्ठभूमि होने के कारण इस प्रकार की सूचना का अभाव था कि क्या पढ़ना है, कैसे अध्ययन करना है, तथा किन नोट्स की मदद लेनी है। कोचिंग से संबंधित कई शंकाओं का समुचित समाधान पाने तथा सही मार्ग तक पहुँचने में काफी समय लग गया।
इसके अलावा 2010 व उससे पहले मेरे आस-पास चयनित अधिकारियों की संख्या अधिक नहीं थी। अतः आस-पास किसी से मार्गदर्शन प्राप्त होने की संभावना भी कम ही थी, तब से यह विचार मेरे मन में था, जबकि वर्तमान समय में विशेषतः सूचना-प्रौद्योगिकी में क्रांति की वजह से स्थिति पूरी तरह बदल गई है। अब तो अभ्यर्थी ऑनलाइन लेक्चर, पाठ्य-सामग्री, ऑनलॉइन मॉक टेस्ट आदि दे सकते हैं। इसके अतिरिक्त, जब आप कोई पत्रिका पढ़ते हैं तो सफल अभ्यर्थियों की सफलता की कहानी प्रायः प्रश्न-उत्तर की शैली में लिखी होती है। मेरे विचार में, सफल अभ्यर्थी कई अन्य बातों को भी साझा करना चाहते हैं, जो नए अभ्यर्थियों को रुचिकर लग सकती हैं। इसलिए मुझे लगा कि इनके मध्य एक सतत व व्यापक अंतराल है। मैंने इस अंतराल को भरने का भरसक प्रयास किया है। सफल अभ्यर्थियों को एक खुला मंच प्रदान किया है, ताकि वे अपने अनुभवों को बिना अवरोध के हमें बता सकें।
अपने अतीत की यात्रा में, मैंने सुजानपुरा, जयपुर में राजस्थान सरकार में ‘स्कूल लेक्चरर’ के पद पर कार्य किया। तत्पश्चात सिविल सेवा परीक्षा के माध्यम से 2011 में ष्ठ्नहृढ्ढष्टस् परीक्षा में चयनित हो गया। ट्रेनिंग पूर्ण होने के पश्चात् मेरी प्रथम पोस्टिंग सीमापुरी सब-डिवीजन में एस.डी.एम. के पद पर हुई। उसके बाद मेरी पोस्टिंग दमन एवं दीव तथा दादरा एवं नगर हवेली जैसे केन्द्र-शासित क्षेत्रों में हुई। वहाँ मैंने उपनिदेशक- समाज कल्याण, गृह, कार्मिक, सतर्कता, उप-निदेशक दमन, सी.ई.ओ., जिला पंचायत दमन तथा सिलवासा में शिक्षा व खेल निदेशक जैसे पदों पर कार्य किया।
इस यात्रा के दौरान, मैंने यह अनुभव किया कि नए अभ्यर्थियों को उचित मार्गदर्शन व प्रोत्साहन की जरूरत है। देश के विभिन्न प्रांतों में छिपी हुई प्रतिभाओं को भी सिविल सेवाओं का अंग बनाना चाहिए।
मुझे आशा है कि यह संकलन आपको इस परीक्षा के बारे में मूलभूत जानकारी उपलब्ध कराएगा तथा कुछ दिलचस्प वास्तविक यात्राएं इस उद्यम में आपको अवश्य ही प्रोत्साहित करेंगी।
मेरी तरफ से आपको उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ।
एक पंक्ति में आपसे कहना चाहूँगा :
‘‘मेहनत की स्याही से जो लिखते हैं अपने इरादों को,
उनके मु़कद्दर के पन्ने कभी कोरे नहीं हुआ करते।’’
राकेश खैरवा, DANICS
एस.डी.एम. साकेत, दक्षिणी दिल्ली जिला