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अपने आपको काम में व्यस्त कीजिए और अपने जीवन को एक स्वरूप दीजिए। यह मत सोचिए कि कुछ करने से पहले आपको ब्रह्मांड की तमाम पहेलियों को सुलझाना जरूरी है। उन पहेलियों की चिंता मत कीजिए और अपने सामने पड़े काम पर ध्यान दीजिए। अपने अंदर छिपे उस महान् जीवन-सिद्धांत को उसमें लगा दीजिए, जो प्रकट होने के लिए लालायित है। इस भ्रम में मत रहिए कि आपके शिक्षक या गुरु ने उस पहेली को सुलझा लिया है। यदि कोई उसे सुलझा लेने की बात करता है तो वह झूठ बोल रहा है और साहस बनाए रखने की कोशिश कर रहा है।
अबूझ पहेलियों और सिद्धांतों की चिंता मत कीजिए, काम कीजिए और जीना शुरू कीजिए। इन सिद्धांतों के बुलबुलों को फोड़ने का सबसे नायाब तरीका है—हँसना। हँसी एक ऐसी चीज है, जो हमें पागलपन से बचाती है। हास्य रस इनसान के लिए प्रभु का सर्वोत्तम उपहार है।
चाँद बनना छोड़ दीजिए; प्रतिबिंब बनाना बंद कर दीजिए। काम करने के लिए सक्रिय हो जाइए और अपने आपको सूर्य बनाइए। यह आपकी शक्ति है। हर व्यक्ति के अंदर सूर्य बनने के गुण होते हैं। कार्य प्रारंभ कीजिए और खुद को प्रकट कीजिए। अपनी रीढ़ को मजबूत और सिर को ऊँचा कीजिए।
—इसी पुस्तक से
——1——
अपने भीतर छिपी शक्ति और मानसिक दृढ़ता को पहचानकर सफलता के द्वार खोलनेवाली प्रेरक पुस्तक।
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अनुक्रम
यह पुस्तक क्यों पढ़ें —Pgs.5
मेरे काम करने का सिद्धांत —Pgs.11
भाग-1 वैचारिक संसार में आकर्षण का नियम
1. विचारों की दुनिया में आकर्षण के नियम —Pgs.19
2. विचार-तरंगें और उनकी प्रजनन प्रक्रिया —Pgs.24
3. मन की बात —Pgs.30
4. मन की निर्मिति —Pgs.35
5. इच्छा-शक्ति का रहस्य —Pgs.39
6. हानिकारक विचारों के आकर्षण से मुक्त कैसे रहें —Pgs.44
7. नकारात्मक सोच का रूपांतरण —Pgs.48
8. मानसिक नियंत्रण के नियम —Pgs.53
9. जीवन-शक्ति का पुष्टीकरण —Pgs.55
10. मानसिक स्वभाव का प्रशिक्षण —Pgs.58
11. मनोभाव का मनोविज्ञान —Pgs.60
12. नए मानसिक कक्षों का विकास —Pgs.64
13. आकर्षक शक्ति—लालसा —Pgs.69
14. महान् गतिशील शक्तियाँ —Pgs.73
15. अपनी संपत्ति पर दावा —Pgs.78
16. संयोग नहीं, नियम —Pgs.84
भाग–2
व्यावहारिक मानसिक प्रभाव
17. कंपन का नियम —Pgs.91
18. विचार-तरंगें —Pgs.96
19. मानसिक अधिष्ठापन —Pgs.101
20. मानसिक एकाग्रता —Pgs.105
21. मानसिक चित्रण —Pgs.109
22. वशीकरण —Pgs.112
23. सम्मोहक प्रभाव —Pgs.117
24. दूर से प्रभावित करने की कला —Pgs.121
25. सामूहिक मानसिक प्रभाव —Pgs.125
26. ज्ञान की आवश्यकता —Pgs.129
27. जादू : काला और सफेद —Pgs.133
28. आत्म-रक्षा —Pgs.139
संदर्भ ग्रंथ सूची —Pgs.142
अमेरिकी लेखक विलियम वॉकर एटकिंसन (1862-1932) का जन्म बाल्टीमोर में हुआ था और वे पेंसिल्वेनिया में एक सफल वकील थे, लेकिन अपने पेशे के तनाव के कारण वह नव विचार धार्मिक आंदोलन से जुड़ गए। 1901 से 1905 तक उन्होंने लोकप्रिय पत्रिका ‘न्यू थॉट’ और 1916 से 1919 तक ‘एडवांस्ड थॉट’ जर्नल के संपादक के रूप में कार्य किया। उन्होंने ‘द फिलॉसोफीज ऐंड रिलीजंस ऑफ इंडिया’, ‘आर्केन फॉर्मूला ऑर मेंटल एलकेमी ऐंड व्रिल’ या ‘वाइटल मैगनेटिज्म’ समेत नव विचार की दर्जनों पुस्तकें छद्म नामों से लिखीं, जिनमें से कुछ आज भी अज्ञात ही हैं।