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बचत और निवेश को लेकर हम प्रायः ऊहापोह में रहते हैं। कहाँ निवेश करें? पैसा है नहीं, कैसे बचत करें? क्या पी.पी.एफ. ठीक है या फिर सुकन्या समृद्धि योजना अथवा म्यूचुअल फंड? कहाँ लगाएँ पैसा? म्यूचुअल फंड में कैसे करें निवेश? किस कंपनी का शेयर लेना ठीक है? शेयर में निवेश करते समय कौन-कौन सी बातों को ध्यान में रखना चाहिए? क्या शेयर लेते समय सस्ता-महँगा पर गौर करना चाहिए? एन.पी.एस. खाता कहाँ खोलें? रिटायरमेंट की योजना कैसे बनाएँ? मकान कब खरीदना बेहतर होगा? बैंक व बीमा कंपनियों में होनेवाली समस्याओं की कहाँ करें शिकायत? ये ऐसे सवाल हैं, जिनका हम सभी को सामना करना पड़ता है। यह पुस्तक इन तमाम प्रश्नों का उत्तर तलाशने का एक प्रयास है।
इस पुस्तक को लिखने का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि आप निवेश करते समय बाजार में उपलब्ध तमाम वित्तीय उत्पादों की खूबियों-खामियों को समझते हुए कदम बढ़ाएँ। साथ ही आप नौकरी में बतौर कर्मचारी अपने लाभ और अधिकारों को जानें। बैंक, बीमा और म्यूचुअल फंड में बतौर ग्राहक अपने अधिकारों को समझें और जरूरत पड़ने पर अपनी समस्याओं तथा शिकायतों को उचित मंच पर लेकर जाएँ। कुल मिलाकर यह पुस्तक आपको वित्तीय मामलों में शिक्षित बनाने की एक छोटी सी कोशिश है।
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अनुक्रम
लेखकीय —Pgs. 7
आभार —Pgs. 9
1. वित्तीय साक्षरता व नियोजन क्यों —Pgs. 13
2. कैसे करें बचत —Pgs. 21
3. बचत और निवेश के साधन —Pgs. 27
4. शेयर बाजार व म्यूचुअल फंड —Pgs. 55
5. निवेश का नया माध्यम : रीट और इनविट —Pgs. 80
6. मकान खरीदना : समझदारी या दुश्वारी —Pgs. 85
7. कर्मचारियों के लाभ और अधिकार —Pgs. 91
8. सेवानिवृत्ति : कैसे बनाएँ बेहतर —Pgs. 105
9. वित्तीय क्षेत्र में हो समस्या, कहाँ करें शिकायत —Pgs. 119
10. भारत के वित्तीय नियामक —Pgs. 139
11. महत्त्वपूर्ण आर्थिक शब्द —Pgs. 148
12. संलग्न —Pgs. 159
राधा रमण मिश्रा
बिहार के मुजफ्फरपुर में पले-बढ़े। बिहार विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में पोस्ट ग्रैजुएशन करने के बाद आगे की पढ़ाई के लिए दिल्ली आए। दिल्ली विश्वविद्यालय से पत्रकारिता की डिग्री ली। फिर नौकरी की तलाश करते-करते 2004 में समाचार एजेंसी प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया (पी.टी.आई.) से जुड़े और काम का आनंद लेते हुए यहीं टिके हैं। संप्रति पी.टी.आई. भाषा में बतौर संवाददाता कार्यरत।