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Amar Krantikari Madanlal Dhingra   

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Author Vishav Bandhu , Virendra Shukla
Features
  • ISBN : 9788189573652
  • Language : Hindi
  • Publisher : Prabhat Prakashan
  • Edition : 1st
  • ...more
  • Kindle Store

More Information

  • Vishav Bandhu , Virendra Shukla
  • 9788189573652
  • Hindi
  • Prabhat Prakashan
  • 1st
  • 2025
  • 176
  • Hard Cover
  • 250 Grams

Description

मदनलाल ढींगरा का जन्म 18 सितंबर, 1883 को पंजाब प्रांत के एक संपन्न हिंदू परिवार में हुआ था। उनके पिता दित्तामलजी सिविल सर्जन थे और अंग्रेजी रंग में पूरी तरह रँगे हुए थे; किंतु माताजी अत्यंत धार्मिक एवं भारतीय संस्कारों से परिपूर्ण महिला थीं। उनका परिवार अंग्रेजों का विश्‍वासपात्र था। जब मदनलाल को भारतीय स्वतंत्रता संबंधी क्रांति के आरोप में लाहौर के एक कॉलेज से निकाल दिया गया तो परिवार ने मदनलाल से नाता तोड़ लिया।

फिर अपने बडे़ भाई की सलाह पर सन् 1906 में वह उच्च शिक्षा प्राप्‍त करने इंग्लैंड चले गए, जहाँ उन्होंने यूनिवर्सिटी कॉलेज, लंदन में यांत्रिक प्रौद्योगिकी में प्रवेश ले लिया। लंदन में ढींगरा प्रख्यात राष्‍ट्रवादी विनायक दामोदर सावरकर एवं श्यामजी कृष्ण वर्मा के संपर्क में आए। मदनलाल इंडिया हाउस में रहने लगे थे। वहाँ के सभी देशभक्‍त खुदीराम बोस, कन्हाई लाल दत्त, सतिंदर पाल और काशी राम जैसे क्रांतिकारियों को मृत्युदंड दिए जाने से बहुत क्रोधित थे। 

9 जुलाई, 1909 की शाम को इंडियन नेशन एसोसिएशन के वार्षिकोत्सव में भाग लेने के लिए भारी संख्या में भारतीय और अंग्रेज इकट्ठा हुए। जैसे ही सर विलियम हट कर्जन वायली अपनी पत्‍नी के साथ हॉल में घुसे, मदनलाल ढींगरा ने उनके चेहरे पर पाँच गोलियाँ दाग दीं। 

23 जुलाई, 1909 को मदनलाल ढींगरा के केस की सुनवाई के बाद 17 अगस्त, 1909 को ब्रिटिश सरकार द्वारा उन्हें फाँसी पर लटका दिया गया। वे मरकर भी अमर हो गए। 

The Author

Vishav Bandhu
Virendra Shukla

जन्म : 12 मई, 1952।
शिक्षा : एम.ए. (समाजशास्त्र)।
कार्यक्षेत्र : सन् 1972 से वाराणसी के दैनिक ‘आज’ से खेल पत्रकारिता की शुरुआत। सन् 1976 से 1979 तक दिल्ली में ‘समाचार भारती’, ‘खेल-खिलाड़ी’, ‘खेल-सम्राट्’ में कार्य। सन् 1980 से 1983 तक ‘अमृत-प्रभात’ में वरिष्ठ उप-संपादक/संवाददाता। सन् 1983 से 1993 तक ‘नवभारत टाइम्स’ में वरिष्ठ उप-संपादक/संवाददाता। सन् 1994 से 1996 तक ‘स्वतंत्र भारत’ कानपुर में वरिष्ठ उप-संपादक/ संवाददाता।
कृतित्व : ‘भारतीय वुशू संघ’ के संस्थापक उपाध्यक्ष होने के साथ ही क्वालालंपुर (मलेशिया) में भारतीय वुशू टीम (2003) के साथ प्रेक्षक के रूप में यात्रा। सन् 2001 में काठमांडू में आयोजित सैफ खेलों की कवरेज एवं सन् 1982 में दिल्ली एशियाड का ‘अमृत प्रभात’ के लिए कवरेज। इसके अलावा अनेक अंतरराष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय स्पर्धाओं के लिए विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं के लिए लेखन।
प्रकाशन : उत्तर प्रदेश के हॉकी सितारे, निशानों के नायक।
संपर्क : 3/37, पत्रकारपुरम्, गोमती नगर, लखनऊ-226010
दूरभाष : 0522-2391687, 9936403929

 

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