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यात्रा जीवन का रोमांच है। यात्रा का बाहरी-सुख अंतस के आनंद को भी झंकृत करता है। इसलिए यात्रा करना जहाँ आनंदप्रद होता है, वहीं यह उस स्थान की सभ्यता-संस्कृति को भी जानने का अवसर देती है। तीर्थ स्थलों की यात्रा आनंद के साथ-साथ हमें भक्ति और श्रद्धा से ओत-प्रोत कर देती है।
ऐसी ही एक अत्यंत पवित्र अमरनाथ-यात्रा संपूर्ण दृष्टि से सत्यं शिवं सुंदरम् का जीवंत रूप है। अमरनाथ-यात्रा के दौरान, जब प्रकृति का अनुपम सौंदर्य, अनायास उद्घाटित होता है, तभी यह समझ आता है कि हिंदू-परंपरा में सौंदर्य को सत्य और शिव के समकक्ष क्यों स्थान दिया गया है! यों ही यात्रा में तीर्थयात्रियों की अप्रतिम श्रद्धा, सेना की चुस्ती और स्थानीय-कश्मीरियों के अकल्पनीय-सहयोग से एक शुभ और संगीतमय वातावरण निर्मित हो जाता है। यहाँ शुभ से मिलन है। अमरनाथ-यात्रा भारत की आत्मा का गहन अवलोकन भी है। भारत सत्य के प्रयोग की अनूठी भूमि रही है। यहाँ सत्य की गहरी प्यास देखी जा सकती है। अमरनाथ-यात्रा इसकी बानगी प्रस्तुत करती है।
अमरनाथ-यात्रा की इस वृत्तांत-गंगा में डुबकी लगाने के लिए आप सभी पाठकों का आमंत्रण है। बस आपको पूर्व धारणाओं, किस्सों और मान्यताओं का वस्त्र अनावतरित करना पड़ेगा। यह थोड़ा कठिन है, परंतु असंभव नहीं। तभी इस डुबकी में हमें आनंद की झलक मिल सकेगी। संपूर्ण अमरनाथ यात्रा का सरस एवं तथ्यपरक रोमांचक वर्णन।
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विषय-सूची
अपनी बात— ५
१. खुसरो : जीवन-परिचय—९
२. गंगा-जमुनी संस्कृति के प्रतीक—२०
३. जीविका और आश्रय—२५
४. व्यक्तित्व और संगीत-प्रेम—२९
५. रचना-संसार—३३
६. पहेलियाँ—४९
७. मुकरियाँ—७८
८. निस्बतें— ९३
९. दो-सखुन— ९६
१०. उलटबाँसियाँ—१०३
११. गीत— १०६
१२. कव्वाली— ११९
१३. सूफी दोहे—१२१
१४. गजल—१२५
१५. रस— १२७
१६. अलंकार— १३०
१७. खुसरो के घरेलू नुस्खे—१३२
१८. खालिकबारी— १३३
१९. खुसरो : प्रमुख तिथियाँ— १३७
जन्म : 9 सितंबर, 1975।
शिक्षा : बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से बी.ए., एम.ए. (राजनीति विज्ञान) और पी-एच.डी. की। डेढ़ दशक से भी अधिक समय से महाविद्यालय में अध्यापनरत।
प्रकाशित कृतियाँ : ‘भारत-पाकिस्तान संबंध : एक नवीन परिप्रेक्ष्य’, ‘भूमंडलीकरण और भारत : परिदृश्य एवं विकल्प’, ‘नक्सलवाद : मुद्दे और समस्या’।
सम्मान-पुरस्कार : ‘भूमंडलीकरण और भारत : परिदृश्य एवं विकल्प’ कृति राजीव गांधी राष्ट्रीय पुरस्कार से राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित; अक्षर संस्था द्वारा ‘लीजेंड ऑफ धामपुर’ सम्मान।
अन्य उपलब्धियाँ : राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर के शोध-पत्रों में 35 शोध आलेख। इसके अतिरिक्त चालीस राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय सेमिनारों में शोध-पत्र प्रस्तुत। कई पत्रों में नियमित स्तंभ लेखन। समाचार-पत्रों में सौ से भी अधिक लेख प्रकाशित। भारतीय उच्च शिक्षा संस्थान, शिमला में रिसर्च एसोसिएट रहे। संप्रति रणजीत सिंह मैमोरियल स्नातकोत्तर महाविद्यालय, धामपुर, बिजनौर (उ.प्र.) में राजनीति विज्ञान विभाग में, अध्यक्ष एवं एसोसिएट प्रोफेसर।