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"विश्वविख्यात आध्यात्मिक विभूति श्रीरामकृष्ण परमहंस एक महान् विचारक थे, जिनके प्रेरक विचारों को स्वामी विवेकानंद ने पूरी दुनिया में फैलाया। रामकृष्ण परमहंस ने सभी धर्मों का हेतु एक बताया। उनका मानना था, सभी धर्मों का आधार प्रेम, न्याय और परोपकार है। उन्होंने एकता का प्रचार किया।
दक्षिणेश्वर में श्रीरामकृष्ण परमहंस एक प्रख्यात ईश्वरप्राप्त व्यक्ति थे। वे माँ काली के उपासक थे। दक्षिणेश्वर में रहकर काली की पूजा-अर्चना करते हुए उन्होंने चार वर्ष के अंदर ही माँ काली का साक्षात्कार किया। उस समय उनका कोई गुरु नहीं था। केवल अंतः:करण की विकलता से ही उन्हें काली का साक्षात्कार हुआ।
प्रस्तुत पुस्तक 'अमृत वाणी’ में श्रीरामकृष्ण परमहंस के अनुभूत, प्रेरक आध्यात्मिक प्रसंगों का संकलन है। प्रस्तुत प्रसंग समाज के हर वर्ग के लिए उपयोगी होंगे और पाठकों के आध्यात्मिक उन्नयन का पथ प्रशस्त करेंगे।"