₹350
"अपरा सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' की एक महत्वपूर्ण कविता संग्रह है। इस पुस्तक में निराला ने जीवन, प्रेम, समाज, और मानवीय अनुभूतियों की गहरी और प्रेरणादायक कविताएँ प्रस्तुत की हैं। 'अपरा' का अर्थ है 'अद्वितीय', 'अविस्मरणीय' या 'जो कभी समाप्त न हो', और इस संग्रह की कविताएँ भी उसी भाव को व्यक्त करती हैं, जो निराला के विशिष्ट लेखन की पहचान रही है।
अपरा में निराला ने भारतीय समाज की जटिलताओं, समाजिक असमानताओं, और एक व्यक्ति के भीतर संघर्ष को बड़ी बारीकी से चित्रित किया है। उनके शब्दों में एक गहरी करूणा, तीव्रता और क्रांति का संचार है, जो पाठक को अंदर तक छू जाता है। निराला की कविताओं में उनके समय की परिस्थितियों और उनके व्यक्तिगत अनुभवों की गहरी छाप दिखाई देती है।"