प्रतिष्ठित फिल्म अभिनेता व रंगकर्मी अनुपम खेर को 25 वर्षों के लंबे फिल्मी कॅरियर में 450 से अधिक फिल्में करने का अनुभव है। उन्होंने ‘सारांश’, ‘तेजाब’, ‘डैडी’, ‘कर्मा’, ‘हम’, ‘सौदागर’, ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएँगे’, ‘हम आपके हैं कौन’, ‘खोसला का घोंसला’, ‘ए वेंस्डे’ के अलावा असंख्य फिल्मों में अपने जोरदार अभिनय के द्वारा अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है। एक प्रेरक वक्ता और थिएटरकर्मी के रूप में उन्होंने अपार ख्याति अर्जित की है। उनके अभिनव प्रयोग एकल नाटक ‘कुछ भी हो सकता है’ ने लोकप्रियता के शिखर को छुआ है। वे राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय अनेक प्रतिष्ठित सम्मानों से विभूषित हो चुके हैं। इंडियन सेंसर बोर्ड तथा नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के अध्यक्ष रहने के अलावा वे अनेक महत्त्वपूर्ण पदों को सुशोभित कर चुके हैं। वे एक ऐक्टिंग स्कूल ‘ऐक्टर थियेटर्स’ भी संचालित करते हैं।