लोक कलाओं के मर्मज्ञ अयोध्या प्रसाद गुप्त ‘कुमुद’ बुंदेलखंड के साहित्य, इतिहास और संस्कृति के विशेषज्ञ के रूप में प्रतिष्ठित हैं। इन विषयों पर उनकी अनेक पुस्तकें प्रकाशित हुई हैं। कई संस्थाओं ने उनकी सेवाओं का सम्मान किया है। मूलतः वे अधिवक्ता हैं, किंतु पत्रकारिता और शोध-अध्ययनों में उनकी गहरी अभिरुचि है और यही उनके व्यक्तित्व की विशिष्ट पहचान बन गई है।
‘कुमुद’ ने बुंदेलखंड की हिंदी पत्रकारिता के इतिहास पर शोध-अध्ययन और प्रलेखन किया है।