वरिष्ठ स्तंभकार एवं लेखक। वे सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च, दिल्ली केंद्र के विजिटिंग प्रोफेसर हैं, कॉमनवेल्थ ह्यूमन राइट्स इनीशिएटिव के अध्यक्ष हैं तथा दिल्ली पॉलिसी ग्रुप की सुरक्षा पीठ से भी संबद्ध हैं। उन्होंने दिल्ली तथा कैंब्रिज विश्वविद्यालयों में अध्यापन किया, तदुपरांत ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ से जुड़े। वे ‘हिंदुस्तान टाइम्स’ (1969-75) तथा ‘इंडियन एक्सप्रेस’ (1982-86) के संपादक रहे। 1975 में उन्हें पत्रकारिता के लिए प्रतिष्ठित ‘मैग्सेसे अवार्ड’ से सम्मानित किया गया। वे 1966-68 तक भारत के प्रधानमंत्री के सूचना सलाहकार रहे और अनेक समितियों, आयोगों तथा गैर-सरकारी संगठनों व संस्थानों से संबद्ध रहे। उनकी कुछ प्रमुख पुस्तकें हैं—‘वाटर्स ऑफ होप’, ‘इंडियाज नॉर्थ-ईस्ट रिसर्जेंट’, ‘रीओरिएंटिंग इंडिया : द न्यू जिओ-पॉलिटिक्स ऑफ एशिया’ तथा ‘वारियर ऑफ द फोर्थ एस्टेट : रामनाथ गोयनका’।