जन्म : 1949 में औरंगाबाद (महा.) जिले के एक दूर-दराज देहात में।
शिक्षा : अंग्रेजी साहित्य में एम.ए.।
कुछ बरसों तक अध्यापक रहे। विगत 30 बरसों से प्रकाशन तथा रचनाकर्म से जुडे़ हुए हैं। पहले धारा प्रकाशन, फिर साकेत प्रकाशन प्रा.लि. की ओर से अब तक उन्होंने 1000 से अधिक मराठी पुस्तकों का प्रकाशन किया है। छात्र जीवन में ही स्काउट प्रतिनिधि के रूप में दस यूरोपीय देशों की यात्रा कर ‘लागेबाँधे’ नामक यात्रावृत्त लिखा था। तब से आज तक लगभग 70 बहुचर्चित पुस्तकें प्रकाशित, जिनमें उपन्यास, कहानी संग्रह, यात्रा-वृत्तांत, बाल साहित्य शामिल हैं। रचनाओं की लोकप्रियता का अनुमान इस तथ्य से लगाया जा सकता है कि उनके बाल-उपन्यास ‘धर्मा’ का सोलहवाँ संस्करण पिछले वर्ष प्रकाशित हुआ। रचनाओं के लिए अब तक 25 प्रतिष्ठित पुरस्कारों से विभूषित। अकेले ‘दशक्रिया’ उपन्यास आधे दर्जन से अधिक पुरस्कारों से सम्मानित।