छात्र जीवन से ही पत्रकारिता में विशेष रुचि; समाजवादी आंदोलन की चौरंगी वार्त्ता, जन, प्रतिपक्ष, प्रजानीति एवं दिनमान में नियमित लेखन। अनुग्रह नारायण सिंह समाज अध्ययन संस्थान, पटना से ‘बिहार में बँधुआ मजदूर’ तथा ‘अग्रेरियन टेंशन इन बिहार’ पर शोधकार्य। 1974-77 के बिहार आंदोलन में सक्रिय, गिरफ्तारी भी हुई। आपातकाल में भूमिगत रहकर ‘मुक्ति संग्राम’ पत्रिका का संपादन-प्रकाशन। ‘सामयिक वार्त्ता’ में सहायक संपादक के रूप में कार्य। संस्थागत एवं रचनात्मक कार्यों में व्यस्तता के बावजूद लेखन के साथ-साथ ‘बदलाव’ त्रैमासिकी का संपादन। ‘सौरिया पहाडि़या : एक लुप्त होती जनजाति’, ‘नक्सलवादी आंदोलन : एक अध्ययन’, ‘पानी से आया परिवर्तन’, ‘सामाजिक कार्यकर्ता संदर्शिका’, ‘सोसल ट्रांसफोरमेशन थ्रू वोलेंट्री एक्शन’ आदि पुस्तकें प्रकाशित।
एक्शन रिसर्च, खोजी पत्रकारिता, रचनात्मक एवं संगठनात्मक कार्यों में सृजनशील, समाजवादी आंदोलनों एवं विचारधारा में दीक्षित बजरंग सिंह आज पूरे देश में एक जाने-माने समाजकर्मी हैं।