बकुल बख्शी का जन्म 1941 में हुआ। वह गुजराती के प्रसिद्ध लेखक और स्तंभकार हैं। उन्होंने अलग-अलग विषयों पर गुजराती में 25 पुस्तकें लिखी हैं। उनकी लघुकथाओं के दो संकलनों को गुजराती साहित्य अकादमी पुरस्कार से समादृत किया गया। प्रशासनिक अधिकारी के रूप में उन्होंने उल्लेखनीय कार्य किया। उन्होंने भारतीय राजस्व अधिकारी (कस्टम्स ऐंड सेंट्रल एक्साइज) के पद पर नौकरी प्रारंभ की और चीफ कमिश्नर ऑफ कस्टम्स और डायरेक्टर जनरल (सर्विस टैक्स) के पद से सेवा मुक्त हुए। देश को अपनी बेहतरीन सेवाएँ प्रदान करने के लिए उन्हें राष्ट्रपति पुरस्कार से भी अलंकृत किया गया। वर्तमान में वे अहमदाबाद में रहते हैं और पूरी तरह से लेखन में संलग्न हैं। उनके लेख विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से छपते हैं।