बलविंदर कुमार वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी हैं। एक बहुमुखी व्यक्तित्व के नाते उनकी दिलचस्पियों में पेंटिंग, आत्मचिंतन, विज्ञान और आध्यात्मिकता शामिल है। वे एक विचारक दार्शनिक के साथ-साथ नए युग की आध्यात्मिकता के प्रबल अनुयायी रहे हैं।
उन्होंने नई दिल्ली और लखनऊ की ललित कला अकादमी में प्रदर्शनियाँ लगाई हैं, जहाँ अपने सौ से अधिक तैलचित्र और कैनवास पर ‘अमूर्त’ एक्रिलिक पेंटिंग के कारण उन्हें व्यापक मान्यता मिली। एक विचारक होने के नाते उन्होंने क्वांटम यांत्रिकी, तंत्रिका विज्ञान और चेतना, धर्मशास्त्र तथा तत्त्वमीमांसा पर गहन अध्ययन किया है। भारतीय प्रशासनिक सेवा में काम करते हुए उन्होंने उत्तर प्रदेश और केंद्र सरकार में अनेक महत्त्वपूर्ण पदों को सफलतापूर्वक सँभाला है।