दिसंबर 1955 में रायबरेली (उ.प्र.) में जन्म। 1971 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संपर्क में आए; 1974 में विवाह हो गया। 1975 में आपातकाल में जेल गए। स्वास्थ्य मंत्री राजनारायण के संपर्क में आकर दिल्ली की राजनीति में प्रवेश किया। 1990 तक रायबरेली सिविल कोर्ट में प्रैक्टिस शुरू की। 1986 बैच 22वीं न्यायिक सेवा में बिहार में मुंसिफ के पद पर चयन हुआ।
2006 में उ.प्र. सरकार ने ‘लोकतंत्र सेनानी सम्मान’ प्रदान किया।
ऑल इंडिया जजेज एसोसिएशन केस में प्रथम न्यायिक वेतन आयोग (शेट्टी आयोग) की पैरवी की। पद्मनाथन कमेटी की सिफारिशों में सर्वोच्च न्यायालय में झारखंड का प्रतिनिधित्व किया।
2001 में ‘बिहार के न्यायालयों का सच’ पुस्तक लिखी। अवकाश-प्राप्ति के बाद आर्ट ऑफ लिविंग की पूर्णकालिक सेवा में हैं।