जन्म : 10 दिसंबर, 1944 को चेन्नई में।
शिक्षा : स्नातकोत्तर पढ़ाई पत्राचार पाठ्यक्रम के माध्यम से एस.एन.डी.टी. महिला विश्वविद्यालय, मुंबई।
रचना-संसार : अब तक उन्होंने सौ एक कहानियाँ लिखी हैं। तेरह कहानी-संकलन प्रकाशित, जिनमें से ‘दुलहिन’, ‘जिनावर’, ‘अपनी वापसी’, ‘लाक्षागृह’, ‘इस हमाम में’, ‘जगदंबा बाबू गाँव आ रहे हैं’ और ‘लपटें’ विशेष चर्चित। प्रथम उपन्यास ‘एक जमीन अपनी’। बहुचर्चित उपन्यास ‘गिलिगडु’ उर्दू, पंजाबी मलयालम में अनूदित और इटालियन तथा अंग्रेजी में भी अनूदित। ‘वयार उनकी मुट्ठी में’ और ‘विचार’ (वैचारिक लेख और कॉलम), ‘तहखानों में बंद अक्स’ (कथात्मक रिपोर्ताज), ‘बयान’ (लघुकथा संकलन), ‘माधवी कन्नगी’, ‘मणि मेखलै’, ‘जीवक’ (बाल उपन्यास) अनेक बाल-कथा संकलन प्रकाशित। अंग्रेजी में ‘हाइना ऐंड अदर स्टोरीज’ और उपन्यास ‘क्रूसेड’ प्रशंसित। कहानियाँ अनेक विश्वभाषाओं में अनूदित।
सम्मान-पुरस्कार : प्रथम कहानी ‘सफेद सेनारा’ ‘नवभारत टाइम्स’ की कहानी प्रतियोगिता में पुरस्कृत। उपन्यास ‘आवाँ’ के लिए के.के. बिड़ला फाउंडेशन के तेरहवें ‘व्यास सम्मान’ से समादृत, यह कृति अनेक भारतीय भाषाओं में अनूदित। सहस्राब्दि का पहला अंतरराष्ट्रीय ‘इंदु शर्मा कथा सम्मान’।
संप्रति : स्वतंत्र लेखन और सामाजिक कार्यों से जुड़ी हैं।