मूलतः राजस्थान के निवासी देवेंद्र सिंह ने अपनी अधिकांश विद्यालयी शिक्षा विद्या भारती से ग्रहण की। इसके बाद सूचना प्रौद्योगिकी में बी.टेक. की पढ़ाई की। तत्पश्चात् विधि का अध्ययन किया एवं एल-एल.बी. तथा एल-एल.एम. की उपाधि ग्रहण की। अध्ययन के दौरान ही प्रतियोगी परीक्षाओं में व्याप्त विसंगतियों के प्रति मुखर रहे। इसके बाद वर्ष 2014 में सिविल सेवा परीक्षा में भारतीय भाषाओं के प्रति हो रहे भेदभाव के विरुद्ध हुए आंदोलन में पूरी तरह सक्रिय होकर महती भूमिका निभाई। तब से देश में आयोजित विभिन्न प्रतियोगी परीक्षा प्रणालियों में व्याप्त विसंगतियों को सभी के सामने लाकर उनमें सुधार हेतु कृत-संकल्प हैं। साथ ही देश में आयोजित प्रशासनिक सेवा परीक्षाओं पर शोध भी कर रहे हैं। वर्तमान में वह ‘शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास’ की शाखा प्रकल्प : प्रतियोगी परीक्षा के राष्ट्रीय संयोजक के दायित्व का निर्वहन कर रहे हैं।