डॉ. हर्ष वर्धन ने प्रारंभिक शिक्षा दिल्ली से और मेडिकल शिक्षा गणेश शंकर विद्यार्थी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज, कानपुर से प्राप्त की। एम.बी.बी.एस. और एम.एस. (ई.एन.टी.) की शिक्षा प्राप्त करने के बाद उन्होंने दिल्ली में प्रेक्टिस आरंभ की। कुछ ही वर्षों में वह इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की पूर्वी दिल्ली शाखा के महासचिव और अध्यक्ष चुने गए। आगे चलकर वह दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन के सचिव और अध्यक्ष भी बने। पाँच बार भारी मतों से विजयी होकर दिल्ली विधानसभा के लिए चुने गए और स्वास्थ्य, शिक्षा एवं विधि मंत्री बने (1993-98)।
दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री के रूप में उन्होंने पोलियो उन्मूलन हेतु अति वैज्ञानिक ढंग से एक जन-अभियान शुरू किया। यही जन-अभियान एक नई पद्धति का प्रवर्तक बना और आगे चलकर पूरे देश के लिए आदर्श बना। सन् 2014 में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के रूप में उन्होंने विश्व स्वास्थ्य संगठन का पोलियो मुक्त भारत का प्रमाण-पत्र प्राप्त किया। वह विश्व स्वास्थ्य संगठन के सलाहकार रहे; साथ ही स्वास्थ्य और चिकित्सा जगत् के विभिन्न अग्रणी संगठनों से भी जुड़े हैं। उनके योगदान को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहा गया है। उन्हें कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। डॉ. हर्ष वर्धन को प्राप्त पुरस्कारों में कुछ प्रमुख हैं—विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक का अंतरराष्ट्रीय अवार्ड, रोटरी फाउंडेशन का पोलियो उन्मूलन चैंपियन अवार्ड, लायंस इंटरनेशनल का अंतरराष्ट्रीय सेवा सम्मान, दो बार रोटरी इंटरनेशनल की पॉल हैरिस फैलोशिप, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन का सर्वोच्च स्पेशल एप्रीसिएशन अवार्ड (दो बार), रोटरी क्लब का एक्सीलेंस अवार्ड, वर्ल्ड एन्वायरमेंट कांग्रेस का नेशनल एन्वायरमेंट सर्विस ऑनर। वह चिकित्सा समुदाय, समाजसेवी संगठनों और विभिन्न सरकारों द्वारा भी सम्मानित किए जा चुके हैं।
डॉ. हर्ष वर्धन भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व भारतीय जनता पार्टी, दिल्ली प्रदेश के चार बार अध्यक्ष रहे। वर्तमान में वह दिल्ली के चाँदनी चौक लोकसभा क्षेत्र से लगातार दूसरी बार लोकसभा सांसद हैं। पूर्व में केंद्रीय वन, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन मंत्री रहे; वर्तमान में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और पृथ्वी विज्ञान मंत्री हैं।