जयंती नायक
6 अगस्त, 1962 को गोवा के केपें तालुका के आमोना गाँव में जन्म।
समाजशास्त्र विषय में एम. ए. (मैसूर विद्यापीठ), लोक-साहित्य विषय में पदव्युत्तर पदविका (मैसूर विद्यापीठ) और लोकसाहित्य विषय में पी-एच.डी. (गोवा विद्यापीठ) पदवी प्राप्त। कोंकणी भाषा की सुप्रसिद्ध साहित्यकार, अनुवादक एवं लोक-संस्कृति की अनुसंधित्सु। पिछले तीन दशकों में लोक-संस्कृति के क्षेत्र में संकलन एवं अनुसंधान का बहुमुल्य कार्य। मातृदेवता एवं स्त्री-जीवन विषय में विशेष अभिरुचि। लोक-संस्कृति के अतिरिक्त कहानी, कविता, नाटक, निबंध, बाल-साहित्य, अनुवाद आदि विधाओं में लेखन। कुल 43 पुस्तकें प्रकाशित, जिनमें 21 पुस्तकें लोक-संस्कृति पर ही हैं। गोवा कोंकणी अकादमी द्वारा प्रकाशित अर्धवार्षिक साहित्यिक पत्रिका ‘अनन्य’ की संपादक।
गोवा सरकार और विभिन्न राष्ट्रीय संस्थाओं के पुरस्कारों से सम्मानित जिनमें साहित्य अकादेमी, दिल्ली का साहित्य पुरस्कार (2004) और अनुवाद पुरस्कार (2020), गोवा सरकार का यशोदामिनी पुरस्कार (2009), मांड सोभाण, मेंगलुरु से लोक-संस्कृति के अनुसंधान कार्य के लिए जीवन गौरव पुरस्कार आदि प्रमुख हैं। गोवा कोंकणी अकादमी में लोक-साहित्य अनुसंधानक (Researcher) पद पर कार्यरत।