Dr. Pramod Jain
डॉ. प्रमोद जैन
गोल्ड मेडेलिस्ट शिशु रोग विशेषज्ञ ओशो संन्यासी। वर्तमान में रीवा (म.प्र.) में गुरुकृपा अस्पताल का संचालन।
व्यंग्य : ‘कुर्सीनामा’, ‘शिक्षा में शांति’।
गद्य : ‘यादें पिछले जन्मों की’, ‘क्रोध से करुणा की ओर’, ‘़फेसबुक फ्रेंड्स एवं छत्तीस कहानियाँ’।
पद्य : ‘गुलदस्ता’, ‘ज़िंदगी एक ़गज़ल’ एवं ‘यात्रा’।
इ-बुक : ‘ओशो के इश़्क में’, ‘ओशो तुम हो कितने प्यारे’, ‘ओशो की राहों में’, ‘ओशो सहस्र अलंकार’।
भाषांतरण : ‘आत्माओं की यात्रा’ व ‘आत्माओं की महायात्रा’।
उप-संपादक : सु़खनवर।
कहानी एवं कविताएँ अ़खबार व पत्रिकाओं में नियमित रूप से प्रकाशित एवं रेडियो से प्रसारित, कई गीत संगीतबद्ध।
सम्मान : भाषा भारती, विंध्य शीर्ष शिखर एवं अ.भा.दि. जैन परिषद्।
संपर्क : ९४२५१८५००६
इ-मेल : drpramodjain123@rediffmail.com,www.drpramodjain.com