1 जुलाई, 1955 को आगरा की पावन भूमि पर जन्मे डॉ. सुरेश चंद को साहित्यिक अभिरुचि अपने पारिवारिक संस्कार और गुरुजन से प्राप्त हुई। साहित्य, पत्रकारिता और राजनीतिक में इनकी गहरी रुचि है। इसका आकलन इस पुस्तक में संकलित अटलजी की साहित्यिक और राजनीतिक यात्रा के समीक्षात्मक प्रस्तुतीकरण एवं शैली से किया जा सकता है। स्नातकोत्तर तक की शिक्षा आगरा में तथा वाणिज्यशास्त्र, मैनेजमेंट और बुक पब्लिशिंग में पी.जी. डिप्लोमा की डिग्री ली। सन् 2002 में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ, वाराणसी से पी-एच.डी. की उपाधि प्राप्त की।
भारत सरकार एवं उ.प्र. सरकार के विभिन्न कार्यालयों में पदभार सँभाला तथा भारतीय इतिहास अनुसंधान पदिषद् दिल्ली में 1991 तक सहायक निदेशक के पद पर कार्य किया। तत्पश्चात् भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् (नई दिल्ली) में व्यवसाय प्रबंधक के पद पर रहे। पुनः विशेष अधिकारी शिक्षा विभाग मानव संसाधन मंत्रालय (नई दिल्ली) में सेवारत रहे। विभिन्न विषयों पर राष्ट्रीय पत्र-पत्रिकाओं में संस्मरणीय लेख आदि प्रकाशित।
जापान, थाईलैंड, बांग्लादेश, मिलान (इटली), हांगकांग, हनोई (वियतनाम), इंडोनेशिया, पुर्तगाल, सियोल (साउथ कोरिया), शंघाई (चाईना), फ्रैंकफर्ट (जर्मनी) आदि की यात्रा।
संप्रति विशेष अधिकारी, आध्यात्मिक उच्चशिक्षा, मानव संसाधन विकास मंत्रालय, नई दिल्ली।