भारत में प्रजनन जीवविज्ञान में डॉक्टरेट करने के बाद डॉ. विनोद वर्मा ने पेरिस यूनिवर्सिटी में न्यूरो बायोलॉजी की पढ़ाई कर दूसरी डॉक्टरेट की डिग्री प्राप्त की। नेशनल इंस्टीट्यूट्स ऑफ हैल्थ, बेथेस्डा (अमेरिका) और मैक्स-प्लांक इंस्टीट्यूट, फ्राइबुर्ग (जर्मनी) में उन्नत शोध किया। चिकित्सकीय अनुसंधान में एक फार्मास्यूटिकल कंपनी में अपने कॅरियर के शीर्ष पर उन्होंने महसूस किया कि स्वास्थ्य चिकित्सा के प्रति आधुनिक दृष्टिकोण मूल रूप से खंडित और अपूर्ण है।
डॉ. वर्मा औषधीय पौधों तथा दवाओं में उनके मिश्रण के बारे में अनेक शोध परियोजनाओं में लगी हैं। डॉ. वर्मा चरक आयुर्वेद विद्यालय तथा द आयुर्वेद हैल्थ ऑर्गेनाइजेशन की संस्थापक व संचालक हैं। यह संस्था एक दातव्य न्यास है, जो ग्रामीण इलाकों में आयुर्वेदिक औषधियों और योग चिकित्सा के प्रोत्साहन तथा वितरण के लिए है। वे परंपरागत विज्ञान और औषधियों के बारे में जानकारी बढ़ाने के लिए गाँवों और हिमालय के दूरदराज के इलाकों में स्कूली बच्चों के बीच नियमित रूप से व्याख्यान देती हैं।
डॉ. वर्मा संस्कृत, हिंदी, पंजाबी, फ्रांसीसी, जर्मन और अंग्रेजी भाषाएँ जानती हैं।
इ-मेल : ayurvedavv@yahoo.com