Gaurav Krishna Bansal is a person of rare distinction. A Class-One officer with Indian Railways, he is a poet, singer, artist, sportsman and musician besides being an expert speaker, motivator and a prolific writer. He has previously published two books 'Bitter Sweets' a collection of English Short Stories and 'Sabkuchch' a collection of his Urdu Poetry. He is perhaps the only author writing in three languages (English, Hindi and Urdu) and handling literary styles as diverse as humor, satire, social issues and motivation both in prose and in poetry. He has been acknowledged by Lucknow Management Association and the Times Group as a person with 'Leadership Potential for the Nation' and has been honored with awards and recognitions by various social organizations of Uttar Pradesh. A gifted teacher, he has guided and motivated scores of students towards achievement of their targets in diverse fields.
गौरव कृष्ण बंसल विलक्षण व्यक्तित्व के धनी हैं। भारतीय रेलवे में प्रथम श्रेणी के अधिकारी हैं। वह एक कवि, गायक, कलाकार, संगीतज्ञ और खिलाड़ी हैं। इसके अलावा वह एक कुशल वक्ता तथा प्रेरक व्यक्ति और लेखक हैं। उनकी दो पुस्तकें प्रकाशित हैं—‘बिटर स्वीट्स’ (अंग्रेजी) कहानियों की पुस्तक है और उर्दू में ‘सब कुछ’ कविताओं का संग्रह है। वह शायद अकेले ऐसे लेखक हैं, जिन्होंने तीन भाषाओं—हिंदी, उर्दू और अंग्रेजी—में लिखा है। उन्होंने ऐसी विविध शैलियों का इस्तेमाल किया है, जैसे हास्य-व्यंग्य, सामाजिक पहलू और प्रेरणादायक पुस्तकें—दोनों ही गद्य और पद्य में। उन्हें ‘लखनऊ मैनेजमेंट एसोसिएशन’ और ‘टाइम्स ग्रुप’ द्वारा ‘परसन विद लीडरशिप पोटेंशियल फॉर द नेशन’ के रूप में चुना गया। उन्हें कई सामाजिक संस्थानों द्वारा पुरस्कृत और सम्मानित किया गया है। वह एक योग्य शिक्षक हैं, जिन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में सफलता पाने के लिए छात्रों को प्रेरित किया है।