प्रकृतिवादी विचारधारा से प्रभावित गाय दी मोपासाँ का जन्म 5 अगस्त, 1850 को हुआ। वे निर्विवाद रूप से फ्रांस के सबसे महान् कथाकार हैं। जब वे ग्यारह वर्ष के थे, तभी उनके माता-पिता अलग हो गए। उनकी प्रारंभिक शिक्षा धार्मिक स्कूलों में हुई, जिनसे उन्हें चिढ़ थी। उन्होंने फ्रांस और जर्मनी के युद्ध में भाग लिया, अलग-अलग नौकरियाँ कीं और पत्रों में स्तंभ लिखे। सन् 1880 से 1891 तक का समय इनके जीवन का सबसे महत्त्वपूर्ण काल था। इन 11 वर्षों में मोपासाँ के लगभग 300 कहानियाँ, 6 उपन्यास, 3 यात्रा-संस्मरण एवं एक कविता संग्रह प्रकाशित हुए। 6 जुलाई, 1893 को उनका देहावसान हुआ।