एच.जी. वेल्स का जन्म 21 सितंबर, 1866 को ब्राम्ले, कैंट (इंग्लैंड) में एक मध्यवर्गीय परिवार में हुआ था। उन्होंने बड़ी संख्या में विज्ञान कथाएँ और उपन्यास लिखे। हालाँकि तब कहानी लेखन की इस विधा का नाम ‘साइंस फिक्शन’ नहीं पड़ा था। ‘द स्टार’, ‘कंट्री ऑफ द ब्लाइंड’, ‘द मैजिक शॉप’, ‘द ब्यूटिफुल सुइट’, ‘द स्टोलन बैसिलस’ आदि उनकी अविस्मरणीय कहानियाँ हैं। उनका पहला उपन्यास ‘द टाइम मशीन’ 1895 में छपा, जो दुनिया भर में लोकप्रिय हुआ। 19वीं सदी के आखिरी वर्षों में वेल्स ने जो कथा-विचार दिए, उन पर विज्ञान कथाकार आज भी कहानियाँ लिख रहे हैं।
अपने उपन्यास ‘द इनविजिबल मैन’ में उन्होंने दिखाया था कि विज्ञान के बल पर अधिक ताकत हाथ में आ जाने का हश्र क्या हो सकता है। ‘द वार इन द एयर’ उपन्यास में उन्होंने भावी युद्ध में हवाई बमबारी की पूर्व कल्पना कर ली थी। उपन्यास ‘द वर्ल्ड सेट फ्री’ में उन्होेंने विज्ञान की खोजों से विकसित हो रहे विनाशकारी हथियारों पर सवाल उठाए थे। वेल्स ने चाँद की यात्रा पर ‘द फर्स्ट मैन इन द मून’ उपन्यास लिखा। उनके लगभग सभी उपन्यासों पर फिल्में बनीं।
विज्ञान-कथा की नई विधा देकर एच.जी. वेल्स अमर हो गए।
स्मृतिशेष : 13 अगस्त, 1946।