हेमन्त कुमार भारतीय रेल के वरिष्ठ अधिकारी हैं। उन्होंने महाराजा एक्सप्रेस तथा नए ईएमयू कोचों की डिजाइनिंग में अहम भूमिका निभाई है। वे पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक के महत्त्वपूर्ण पद पर रहे।
श्री कुमार को रेल के डिब्बों को आकार देने में ही महारथ हासिल नहीं है, बल्कि एहसास और भावनाओं को शब्दों में रँगकर सुलेखों में पिरोने का काम भी वे दक्षता से करते हैं। वे आम आदमी से जुड़े विषयों पर लिखने में रुचि रखते हैं तथा अपने विचारों को ‘धाकड़वाणी’ ब्लॉग के माध्यम से व्यक्त करते हैं। उनकी पहली पुस्तक कुंडलिया छंद पर आधारित ‘कह धाकड़ कविराय’ वर्ष 2014 में प्रकाशित हुई।
पाठक धाकड़ कविराज के विचारों तथा रचनाओं को 222.dhaakar.blogspot.in ब्लॉग परU भी पढ़U सकते हैंU।
संप्रतिः रेलवे बोर्ड में सदस्य यांत्रिक के पद पर कार्यरत हैं।