हिमांशु एक टेलीकॉम प्रोफेशनल हैं और किस्सागोई उनका शौक है। ‘प्यार तो होना ही था’ उनका तीसरा उपन्यास है, जिसमें वे कॉलेज के दिनों की यादों को ताजा करते हैं। ऐसा कहा जाता है कि उनकी कलम दृश्यों को बयाँ करती है, क्योंकि कोई भी पढ़ने वाला बड़ी आसानी से सारी घटनाओं को अपनी आँखों से घटते देख सकता है।
आप उनके विषय में और उनकी पुस्तकों के बारे में फेसबुक, ट्विटर एवं इंस्टाग्राम के जरिए और अधिक जान सकते हैं—
/authorhimanshu/
@Himanshuauthr
himanshurai80