मध्य प्रदेश के विदिशा में जनमे
डॉ. जगमोहन शर्मा गीत, नवगीत एवं गजल लेखन के बहुमुखी प्रतिभा के रचनाकार हैं। उन्होंने 30,000 से अधिक दोहों की रचना की है। श्रीमद्भागवद्गीता का भी दोहों में अनुवाद किया है। मध्य प्रदेश में प्रखर समालोचक एवं टिप्पणीकार के रूप में उनकी खास पहचान है। कई साहित्यिक एवं सामाजिक संस्थाओं द्वारा उन्हें सम्मानित किया जा चुका है। साहित्यिक पत्र-पत्रिकाओं में उनकी ढेरों कविताओं एवं आलेखों का प्रकाशन हो चुका है।
कार्ल मार्क्स एवं लेनिन के दर्शन का भारतीय राजनीति पर पड़ने वाले प्रभाव पर पी-एच.डी. करने वाले डॉ. जगमोहन सेवानिवृत्त शिक्षक हैं। उन्होंने राजनीति-शास्त्र में एम.ए. करने के साथ-साथ
एल-एल.बी. की भी पढ़ाई की है। कई लेखक संगठनों से जुड़े रहे डॉ. जगमोहन शर्मा भारतीय चिंतन और आध्यात्मिक चेतना के प्रखर वक्ता भी हैं।