जितेन्द्र तिवारी का परिचय एक पत्रकार व लेखक के पहले एक संवेदनशील, राष्ट्रवादी सोच और संबंधों के प्रति बेहद संजीदा व्यक्ति के रूप में है। लगभग 20 साल के अपने पत्रकारीय जीवन में जितेन्द्र तिवारी ने अपने लेखों और रिपोर्टों के जरिए पत्रकार-जगत् में एक विशिष्ट स्थान बनाया है। चाहे राजनीतिक रिपोर्ट हो या फिर घटनाप्रधान या फिर किसी खास विषय पर कुछ लिखना हो, सभी विषयों पर उनकी कलम सहज ही चलती है। गुजरात में महाभूकंप, केदारनाथ में जल प्रलय, बिहार में चुनाव और आंध्र प्रदेश में गोवंश की हत्या पर उनकी रिपोर्ट बेहद संजीदा और सजीव रही है। गोवंश पर उनके द्वारा संपादित पुस्तकें बेहद चर्चित रहीं। लंबे समय तक ‘पाञ्चजन्य’ (साप्ताहिक) में काम करने के बाद इस समय वे ‘यथावत’ (पाक्षिक) पत्रिका के ब्यूरो प्रमुख हैं।