लियो टॉलस्टॉय (9 सितंबर, 1828-20 नवंबर, 1910) उन्नीसवीं सदी के सर्वाधिक सम्मानित लेखकों में से एक हैं। उनका जन्म रूस के एक संपन्न परिवार में हुआ था। उन्होंने रूसी सेना में भरती होकर क्रीमियाई युद्ध (1885) में भाग लिया। लेखन के प्रति उनकी रुचि सेना में भरती होने से पहले ही जाग चुकी थी। उनके उपन्यास ‘युद्ध और शांति’ तथा ‘अन्ना केरेनिना’ साहित्यिक जगत् में उत्कृष्ट रचनाएँ मानी जाती हैं।
धन-दौलत व साहित्यिक प्रतिभा के बावजूद टॉलस्टॉय मन की शांति के लिए अपने परिवार को छोड़कर ईश्वर व गरीबों की सेवा करने हेतु निकल पड़े।
निरुद्देश्य, विचारहीन और आत्मकेंद्रित जीवन को वे एक प्रकार का पाप मानते थे। मनोवैज्ञानिक रचनाओं में दोस्तोव्स्की ही टॉलस्टॉय के समकक्ष ठहरते हैं।