लेफ्टिनेंट जनरल के.एस. बराड़, पी.वी.एस.एम., वी.आर.सी., ए.डी.सी. का जन्म 1934 में तत्कालीन अविभाजित भारत के लाहौर में हुआ था। इन्होंने देहरादून के दून स्कूल से शिक्षा ग्रहण की। अपने कीर्ति भरे सैन्य जीवन के दौरान वे भारतीय सेना में कई प्रतिष्ठित कमांडर, स्टाफ तथा शैक्षणिक संबंधी उच्च पदों पर रहे। उन्होंने एक स्वाधीन बख्तरबंद बिग्रेड, एक इन्फैंट्री डिवीजन तथा एक कोर की कमान सँभाली। वे वेल्गिंटन के डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज के कमांडेंट के महत्त्वपूर्ण पद पर भी रहे। वे 30 सितंबर, 1992 को पूर्वी कमांड (भारत) के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ के पद से सेवामुक्त हुए। उन्होंने ऑस्टे्रलियन स्टाफ कॉलेज के स्नातक तथा यूनाइटेड स्टेट्स वार कॉलेज के विद्यार्थी के रूप में बहादुरी तथा असाधारण उच्च दरजे की विलक्षण सेवा के कई पुरस्कार प्राप्त किए। उनका युद्ध संबंधी विशाल तथा बहुआयामी अनुभव समूचे भारतीय मंच की उन कई बड़ी घटनाओं तक फैला हुआ है, जिनसे भारतीय सेना को जूझना पड़ा।