एम.जे. अकबर भारत के सर्वाधिक विशिष्ट लेखकों और चर्चित व्यक्तियों में शामिल हैं। पत्रकारिता के अपने लंबे कॅरियर में वे साप्ताहिक पत्रिका ‘संडे’ तथा दो दैनिक समाचार-पत्रों—‘द टेलीग्राफ’ और ‘द एशियन एज’ के संपादक रह चुके हैं। वे ‘इंडिया टुडे’ और ‘संडे गार्जियन’ के संपादकीय निदेशक भी रहे हैं। 1989 से 1991 के बीच वे लोकसभा सांसद रहे। मार्च 2014 में वे फिर से सार्वजनिक जीवन में लौटे और भारतीय जनता पार्टी में सम्मिलित हो गए। दस साल बाद फिर से सत्ता में वापस लानेवाले ऐतिहासिक लोकसभा चुनावों के दौरान उन्हें भाजपा का राष्ट्रीय प्रवक्ता नियुक्त किया गया। उन्होंने अनेक विश्वविख्यात पुस्तकें भी लिखी हैं, जिनमें ‘इंडिया : द सीज विद इन’; ‘नेहरू : द मेकिंग ऑफ इंडिया’; ‘कश्मीर : बिहाइंड द वेल’; ‘द शेड ऑफ सोर्ड्स : जिहाद एंड
द कनफ्लिक्ट बिटवीन इसलाम एंड क्रिश्चियनिटी’; ‘टिंडरबॉक्स : द पास्ट एंड फ्यूचर ऑफ पाकिस्तान’ और एक उपन्यास ‘ब्लड ब्रदर्स’ शामिल हैं। वे कलकत्ता मुसलिम ऑरफनेज के ट्रस्ट के अध्यक्ष भी हैं।