जन्म : 1 जनवरी, 1928 को अमरावती में। शिक्षा : एम.ए., पी-एच.डी.। कृतित्व : नागपुर महाविद्यालय में प्राध्यापक व प्राचार्य तथा विद्यापीठ में छह वर्षों तक कलाशाखा के डीन (अधिष्ठाता) रहे। संस्कृत का प्रसार-प्रचार करते हुए पाठ्य-पुस्तकें तैयार कीं। वेद-उपनिषद् आदि संस्कृत वाड्मय का गहन अध्ययन किया। ‘वेदकालीन स्त्रियाँ’ विषय पर आकाशवाणी से तेईस व्याख्यान तथा दूरदर्शन पर पाँच कडि़याँ प्रसारित। ‘Non-Conventional Sources of energy in the Vedas’ पुस्तक प्रकाशित। मराठी में विपुल साहित्य का सृजन किया। विदर्भ साहित्य संघ (नागपुर), अखिल भारतीय मराठी साहित्य परिषद्, साहित्य संस्कृति मंडल (मुंबई), बालभारती (पुणे) के अध्यक्ष तथा साहित्य अकादेमी, नई दिल्ली के सदस्य रहे। नागपुर में कविकुलगुरु कालिदास संस्कृत विद्यापीठ की स्थापना करने में अपूर्व योगदान रहा। स्मृतिशेष : 28 मई, 1998।