Maulana Wahiduddin Khan is an Islamic spiritual scholar. Internationally recognised for his contributions to world peace, he has been conferred the Padma Bhushan, the Demiurgus Peace Award and the Rajiv Gandhi National Sadbhawna Award. The World’s 500 Most Influential Muslims named him ‘Islam’s Spiritual Ambassador to the World.’ In 2015 he was conferred with the Sayyidina Imam Al Hassan Ibn Ali Peace Award in Abu Dhabi for his lifetime contribution to Peace.
Raamish Siddiqui is the grandson of Maulana Wahiduddin Khan. He is a lawyer and holds a Master’s Degree in Management. He is a regular contributor to different national dailies and his interviews have appeared in a number of newspapers and magazines. His writings focus on contemporary issues and attempt to present the true face of Islam to the world. He is the President of Forum for Peace and Sustainable Development and regularly participates in inter-faith seminars and conferences across the world.
मौलाना वहीदुद्दीन खान
इसलामी आध्यात्मिक विद्वान् हैं। विश्वशांति के प्रति अपने योगदानों के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विख्यात मौलाना वहीदुद्दीन खान पद्मभूषण, डेमियर्गस शांति पुरस्कार तथा राजीव गांधी राष्ट्रीय सद्भावना पुरस्कार से अलंकृत हो चुके हैं। वर्ल्ड्स 500 मोस्ट इन्फ्लुएंशियल मुसलिम्स ने उन्हें विश्व में इसलाम का आध्यात्मिक दूत बताया। वर्ष 2015 में उन्हें आजीवन शांति के प्रति योगदान के लिए अबू धाबी में ‘सय्यदीना इमाम अल हसन इब्ने अली शांति पुरस्कार’ से नवाजा गया।
रामिश सिद्दीकी
मौलाना वहीदुद्दीन खान के नाती हैं। वे एक वकील हैं, जिन्होंने प्रबंधन में स्नातकोत्तर भी किया है। वे विभिन्न राष्ट्रीय समाचार-पत्रों में नियमित रूप से लिखते हैं और उनके साक्षात्कार अनेक पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए हैं। समसामयिक विषयों पर केंद्रित उनके लेखन का उद्देश्य दुनिया के सामने इसलाम की वास्तविकता को रखना है।
वे ‘फोरम फौर पीस एंड सस्टेनेबल डेवलपमेंट’ के अध्यक्ष हैं तथा दुनिया भर में अंतर-धार्मिक सेमिनारों व सम्मेलनों में नियमित रूप से हिस्सा लेते हैं।