मीना अरोड़ा ‘मीना’ का जन्म 22 सितंबर को हुआ। इनकी शिक्षा हल्द्वानी शहर जिला नैनीताल (उत्तराखंड) में संपन्न हुई। बचपन से साहित्य के प्रति रुझान रहा है। छोटी उम्र से डायरी लेखन, कविताएँ, कहानियाँ तथा शायरी लिखना आरंभ कर दिया था, परंतु संकोचवश कभी प्रकाशन नहीं करवाया। इनकी कविताएँ सर्वप्रथम राष्ट्रीय दैनिक ‘अमर उजाला’ में प्रकाशित हुईं।
इनके व्यंग्यों तथा कविताओं में समाज में फैली बुराइयों के प्रति आक्रोश है। सभ्यता, संस्कृति और राजनीति के गलियारों में उठते तूफानों पर इनके व्यंग्य, लेख तथा कविताएँ सटीक प्रहार करती हैं। कविताओं में लयात्मकता है। सरस और सरल भाषा शैली होने के कारण हर वर्ग का व्यक्ति इनकी रचनाओं को आसानी से समझ सकता है।
‘शेल्फ पर पड़ी किताब’ तथा ‘दुर्योधन एवं अन्य कविताएँ’ के लिए उन्हें सम्मानित किया गया है।