जन्म : 14 जुलाई को श्योपुर, मध्य प्रदेश में।
जन्म उस राज्य में हुआ जहाँ की स्थापत्य कला ने पूरे भारत को ही नहीं बल्कि विदेश से भी लोगों को अपनी ओर खींचा। बनारसी पान के बाद कुछ प्रसिद्ध हुआ तो वो भोपाली पान और सूरमा भोपाली, ऐसी ही मातृभूमि जिसको कहते हैं मध्य प्रदेश। जिंदगी के ककहरे से लेकर स्कूल तक का सफर श्योपुर, मध्य प्रदेश में तय हुआ। बी.एस-सी. (बायोलॉजी) और एम.एस-सी. (जूलॉजी) की पढ़ाई करने के साथ बी.एड. भी किया हुआ है। इन्हें गाँव, कस्बों और शहरों में घूमकर किस्से-कहानियाँ लिखना अच्छा लगता है। यह कहना ठीक रहेगा कि घुमक्कड़ी इनका पसंदीदा शौक है। तिलस्मी, विज्ञान और भारतीय संस्कृति से जुड़ी किताबों को पढ़ना काफी पसंद है। यहाँ से उपन्यास लिखने का सफर शुरू होता है।
इ-मेल : author.nandaniagrawal@gmail.com