नीरज छिब्बा भारत के सबसे लोकप्रिय नव लेखकों में से हैं। उनकी पहली पुस्तक ‘जीरो परसेंटाइल-मिस्ड आईआईटी किस्ड रशा’ (जेडपी वन) 2009 में प्रकाशित हुई, जो देखते-ही-देखते नेशनल बेस्ट सेलर बन गई। लाखों लोगों द्वारा पढ़ी और सराही गई पुस्तक ‘जेडपी वन’ से प्रेरित होकर उन्होंने उसकी अगली कड़ी के रूप में दूसरी पुस्तक ‘जीरो परसेंटाइल 2.0’ (जेडपी 2.0) लिखी है, जिसमें भारत के उत्साह से भरे सॉफ्टवेयर उद्योग की अंतर्कथा का विवेचन है। ‘जेडपी 2.0’ के प्रथम संस्करण में 50,000 प्रतियाँ प्रकाशित हुईं। नीरज छिब्बा ने देश की कल्पनाशक्ति को नया और अनोखा आयाम दिया है। संपर्क : zeropercentile@neerajchhibba.com