विंग कमांडर निमिष जैन भारतीय वायु सेना में वर्ष 1997 में पायलट ऑफिसर के रैंक पर कमीशन अधिकारी के रूप में नियुक्त हुए थे। उन्होंने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बी.ई., एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में डी आई ए टी, पूना से एम टेक तथा सिंबयोसिस पूना से मार्केटिंग में बिजनेस एडमिनिस्टे्रशन की शिक्षा प्राप्त की है। एम टेक के दौरान उन्हें ब्रिटिश एयरक्राफ्ट कॉरपोरेशन लिमिटेड ट्रॉफी, डॉ. बी एन सिंह अवार्ड तथा गोल्ड मैडल से सम्मानित किया गया है। वायु सेना में विगत 18 वर्षों में उन्होंने एयरोनॉटिकल इंजीनियर (इलेक्ट्रॉनिक) के रूप में मिसाइल्स तथा रेडार के क्षेत्र में भारतीय वायु सेना के तीन बड़े केंद्रों अंबाला, जोधपुर व भुज में अपनी सेवाएँ दी हैं। इसके अतिरिक्त भारतीय वायु सेना के सबसे बड़े मिसाइल तथा रेडार बेस रिपेयर डिपो, 7 बी आर डी में मानवीय संसाधन तथा उत्पादन क्षेत्र में कार्यरत रहे हैं। वर्ष 2010 में उन्हें वायु सेना में सार्थक कर्तव्य-निष्ठा एवं कार्य कुशलता हेतु वायु अफसर कमांडिंग इन चीफ, अनुरक्षण कमांड द्वारा प्रशंसा-पत्र प्रदान किया गया था। उन्हें वायु सेना पब्लिसिटी हेतु विभिन्न इंजीनियरिंग व मैनेजमेंट कॉलेजों में मोटिवेशन लेक्चर देने का अवसर भी प्राप्त हुआ है। वायु सेना के विभिन्न संस्थानों में भिन्न-भिन्न प्रकार के महत्त्वपूर्ण दायित्व निभा चुके विंग कमांडर निमिष जैन वर्तमान में एयरमैन प्रमोशन एक्जाम से संबंधित रीजनल एक्जामिनेशन बोर्ड (ईस्ट) में तैनात हैं।