जन्म : दरभंगा (बिहार)। साठ के दशक में सामाजिक आंदोलन की क्रांतिकारी धारा से जुड़े प्रसन्न कुमार चौधरी की भारतीय दर्शन और समाजशास्त्र में गहरी रुचि और सक्रियता रही है। उनकी कविता ‘सृष्टिचक्र’ काफी चर्चित रही। बिहार में सामाजिक परिवर्तन, दलित आंदोलन और 1857 पर महत्त्वपूर्ण कार्य। ‘राष्ट्रवाद और हिंदी समुदाय’ आलेख खासा चर्चित। पता : शांति निवास, बंपास टाउन, देवघर।