प्रो. एस. शेषारत्नम्
जन्म 150 में कृष्णा जिले के एलुकपाडु ग्राम आंध्र प्रदेश में हुआ। आरंभिक शिक्षा-दीक्षा उसी ग्राम में संपन्न हुई। हिंदी भाषा एवं साहित्य को अपने विषय बनाकर स्नातकोत्तर स्तर पर एम.ए. प्रथम श्रेणी में हुईं। अध्यापन और अनुसंधान के क्षेत्र में राष्ट्रवाणी हिंदी की अनुपम सेवा कर रही हैं। आंध्र विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग में सन् 1976 से स्नातकोत्तर स्तर के अध्यापन, शोध-निर्देशन और विभिन्न शोध परियोजनाओं में संलग्न। सृजनात्मक लेखन, समीक्षा, अनुवाद और पत्रकारिता के क्षेत्र में समकालीन भारतीय साहित्य के विकास को अनंत आयाम प्रदत्त करनेवाले अहिंदी भाषी हिंदी रचनाकारों में विशिष्ट स्थान रखती हैं। लगभग पचास पुस्तकें प्रकाशित। तेलुगु और हिंदी के प्रतिनिधि कवियों, कहानीकारों व उपन्यासकारों की विशिष्ट रचनाओं को हिंदी और तेलुगु में अनूदित कर राष्ट्रीय एकता को मजबूत करने की दिशा में उनकी उपलब्धियाँ अत्यंत विशिष्ट सिद्ध हुई हैं। हिंदी में मौलिक तथा अनूदित लेखन के लिए कई राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित।