भावभीनी चित्रात्मक भाषा, साथ ही परिनिष्ठित शैली में गद्य लिखने की पुष्पा भारती की क्षमता अद्वितीय है। उनकी लिखी पुस्तकें आद्योपांत पढ़कर जो अनुभूति होती है, वह हृदय से बधाई देने को बाध्य करती है।