जन्म : 7 जनवरी, 1988 को महाराष्ट्र के खान्देश प्रांत के आदिवासी बहुल धुलिया जिले के सोमेडे में हुआ।
शिक्षा : प्राथमिक शिक्षा गाँव के जिला परिषद् स्कूल में; छठी में नंदूरबार जिले के अक्कलकुवा के नवोदय में दाखिला; बारहवीं के बाद पी.एम.टी. में 200 में से 194 अंक लेकर उन्हें एम.बी.बी.एस. की पढ़ाई के लिए मुंबई के प्रतिष्ठित सेठ जी.एस. मेडिकल कॉलेज और के.ई.एम. हॉस्पिटल में दाखिला मिला। 2011 में उन्हें बेस्ट स्टूडेंट का पुरस्कार प्राप्त हुआ। एम.बी.बी.एस. की डिग्री के साथ-साथ अपने पहले ही प्रयास में यू.पी.एस.सी. परीक्षा उत्तीर्ण होते हुए आर.आर.एस. का पद भी प्राप्त किया। अगले साल, अपने प्रशिक्षण के दौरान, अपने दूसरे प्रयास में उन्होंने आई.ए.एस. का पद प्राप्त कर लिया और महाराष्ट्र कॅडर में पदभार सँभाल लिया। उनकी प्रथम नियुक्ति जिला नांदेड़ के किनवट में सहायक जिलाधिकारी एवं प्रकल्प अधिकारी के रूप में हुई। वर्तमान में वह सोलापुर में मुख्य कार्यकारी अधिकारी के पद पर कार्यरत है।
कृतित्व : समाज-कल्याण की विभिन्न योजनाओं से निर्बल-निर्धन को समर्थ बनाने का लोकधर्म निभाया। साथ ही अंध, अपंग, अनाथ, आदिवासी एवं ग्रामीण युवाओं के सक्षमीकरण के लिए कार्यरत दीपस्तंभ फाउंडेशन, जलगाँव के सम्मानीय सलाहकार एवं मार्गदर्शक भी हैं।