उत्तर महाराष्ट्र राज्य के जलगाँव जिले के एक छोटे से गाँव ‘ताडे’ में राजेश पाटील का जन्म सन् 1975 में हुआ। उन्होंने पुणे विश्वविद्यालय से संख्याशात्र (स्टेटिस्टिक) में एम.एस-सी. की उपाधि प्राप्त की। सन् 2000 में भारतीय वायु सेना में एक भारतीय संख्याशास्त्र सेवा में चुन लिया गया। यहाँ कार्य करते हुए वे आई.ए.एस. की तैयारी करते रहे और अंत में सन् 2005 में भारतीय प्रशासनिक सेवा में (आई.ए.एस.) दाखिल हुए। अपने विगत जीवन के अनुभवों को लेकर उन्होंने मराठी में एक पुस्तक लिखी, साथ ही अन्य कई विषयों पर सामयिक लेख लिखे, जो स्थानीय अखबारों में प्रकाशित होते रहे। उनको ग्रामीण विकास, कृषि एवं कृषि विपणन, आदिवासी विकास एवं मायक्रोफाइनेंस जैसे विषयों में गहरी रुचि है।
कोरापट, कंधमाल में जिला मजिस्ट्रेट के पद पर काम करने के पश्चात् अब मयूरभंज, (ओडिशा) में कलेक्टर एवं जिला मजिस्टे्रट के पद पर कार्यरत हैं।