Rakesh Acharya
पेशे से पत्रकार रहे एनर्जी गुरु राकेश आचार्याजी का अधिकांश समय साधनाओं और आध्यात्मिक अनुसंधान में बीतता है। सन् 2002 से आरंभ हुई उनकी आध्यात्मिक यात्रा के प्रारंभिक 12 वर्ष बिना भोजन के बीते। इस बीच उन्होंने आभामंडल, ऊर्जा चक्र और कुंडलिनी पर गहन शोध की। अध्यात्म के वैज्ञानिक पहलू को लोगों के बीच प्रस्तुत किया। विभिन्न टी.वी. चैनलों पर प्रसारित उनके कार्यक्रम ‘मृत्युंजय योग’ का देश-विदेश में अनगिनत लोग लाभ उठा रहे हैं। लोगों के स्वास्थ्य और समृद्धि की दिशा में की गई उनकी सेवाओं के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा उन्हें सम्मानित किया।
राकेश आचार्या ने देवों के देव और गुरुओं के गुरु भगवान् शिव को अपना गुरु धारण किया है। शिवगुरु के कृपादर्शन में साधनाओं और लोकसेवा में निरंतर लीन रहते हैं।