रणजीत देसाई (8 अप्रैल, 1928— 6 मार्च, 1992) का जन्म महाराष्ट्र के कोल्हापुर में हुआ था। उन्होंने कई लघुकथाएँ, उपन्यास, नाटक और फिल्मों की स्क्रिप्ट आदि लिखीं। उन्हें अपनी पहली ही लघुकथा ‘भैरव’ के लिए पुरस्कृत किया गया था, जो 1946 में ‘प्रसाद’ में छपी थी। उनकी सबसे लोकप्रिय रचनाओं में छत्रपति शिवाजी के जीवन पर लिखा ऐतिहासिक उपन्यास ‘श्रीमान योगी’, ‘मोरपंखी सवाल्या’ और ‘स्वामी’ हैं। उन्हें महाराष्ट्र राज्य अवार्ड (1963), हरि नारायण आप्टे अवार्ड (1963), साहित्य अकादेमी सम्मान (1964), भारत सरकार की ओर से पद्मश्री (1973) तथा महाराष्ट्र गौरव पुरस्कार (1990) से विभूषित किया गया।