बहुमुखी प्रतिभा के धनी रवि शर्मा आई.आई.टी. रुड़की के स्नातक हैं। प्रदेश स्तर के खिलाड़ी रह चुके रवि, बहुराष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय कंपनियों में 14 से अधिक वर्षों तक सी.ई.ओ. के पद पर काम कर चुके हैं। वे एक लाइफ कोच, मोटिवेशनल स्पीकर, कवि, टेलीविजन उद्घोषक एवं अभिनेता, मॉडल और फोटोग्राफर भी हैं।
रवि शर्मा ने 50 वर्ष की आयु में सबकुछ छोड़कर अपने आपको सामाजिक कार्यों के लिए समर्पित कर दिया। उनका मानना है कि संसार में सारी समस्याओं की जड़ समाज में अच्छाई का कम होना है और इसके समाधान के लिए उन्होंने अपनी संस्था ‘प्रमा ज्योति फाउंडेशन’ के माध्यम से ‘Spreading Goodness’, अर्थात् ‘भलाई का विस्तार’ नाम की अंतरराष्ट्रीय पहल प्रारंभ की है।
उत्तर प्रदेश के गाँव और कस्बों की पृष्ठभूमि में पले-बढ़े रवि की
स्कूल-कॉलेज के दिनों से ही हिंदी साहित्य में रुचि रही है और ये कविताएँ एवं कहानियाँ लिखते रहे हैं। तीन साल पहले ‘मूनलाइट व्हिस्पर्स’ नाम से अपने गीतों की सी.डी. निकालने के बाद ‘भीगी रेत’ उनका पहला कविता-संग्रह है।